मुंबई में आतंकी हमलों के बाद देश में राजनीतिज्ञों के आचरण और उनकी ज़िम्मेदारी के बारे में छिड़ी बहस की ज़रूरत बड़े दिनों से अनुभव की जा रही थी.ज़नता के आक्रोश को देखकर लग रहा है की जनता का सब्र का बाँध टूट रहा है.इस आक्रोश की तार्किकता के बने रहने और उसी किसी व्यापक परिवर्तन के लिए जनांदोलन बनाने के लिए जिस नेतृत्व की आवश्यकता है वह यद्यपि दिखाई नही देता परंतु इस चिंगारी का फूटना ही कम महत्व का नही है.
आजादी के बाद इस चिंगारी मैं स्वार्थों की परत दर परत चढ़ी राख जो गर इस आक्रोश से हटी है तो यह भी कम नही है,बस ज़रूरत है तो इस बात की की यह बदलाव में कैसे बदले ? जहाँ तक राजनीतिज्ञों के आचरण पर लगाम लगाने की बात है ,यहां पूरा मामला उस ताक़त का अधिक लगता है जो काले धन से हासिल की गयी है और उस पर चोट किए बिना सब कुछ बेकार लगता है. यह तथ्य भी कम महत्व का नही है की जब भी बात भ्रष्टाचार की आती है तब यह कहा जाता है की इसे रोका नही जा सकता.
यह विचार सत्य हो सकता है पर पूर्ण सत्य नहीं है.क्या शेषन के पहले कोई यह कल्पना कर सकता था की चुनाव में राजनीतिज्ञों पर नकेल कसी जा सकती है? नहीं न.पर ऐसा हुवा और आज भी बदस्तूर जारी है.यही वहसत्य है जिसे ध्यान में रखकर भ्रष्टाचार के ब्राम्हराक्षस के विरुद्ध सघंर्ष की शुरूआत होनी चाहिए जिसके लिए ताजे आक्रोश का सदुपयोग होना चाहिए.क्या ऐसा होगा? उम्मीद करने में कोई हर्जा नही हैं.जीएल पुणतांबेकर सागर
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इस चिंगारी से सुलग सकती है बदलाव की आग...
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हिन्दी ब्लॉग जगत में आपका हार्दिक स्वागत है, खूब लिखें और नाम कमायें यही शुभकामनायें हैं… एक अर्ज है कि कृपया डेशबोर्ड में जाकर वर्ड वेरिफ़िकेशन हटा दें, यह टिप्पणी देने में बाधक बनता है… धन्यवाद
ReplyDeleteहिन्दी ब्लॉग जगत में आपका हार्दिक स्वागत है
ReplyDeleteप्राइमरी का मास्टर
सही बात कही आपने !
ReplyDeleteलोकतंत्र में फैले बेहिसाब भ्रष्टाचार के पीछे
काले धन की बहुत बड़ी भूमिका है !
अगर हमारा सिस्टम एक बार सही हो जाए ,,,,, लोगों की जवाबदेही तय हो जाए
तो अन्य समस्यायें ख़ुद बा ख़ुद सुलझ जायेंगी !
चेतना जगाते रहिये !
मेरी हार्दिक शुभ कामनाएं !!!
हिन्दी ब्लॉगजगत के स्नेही परिवार में इस नये ब्लॉग का और आपका मैं ई-गुरु राजीव हार्दिक स्वागत करता हूँ.
ReplyDeleteमेरी इच्छा है कि आपका यह ब्लॉग सफलता की नई-नई ऊँचाइयों को छुए. यह ब्लॉग प्रेरणादायी और लोकप्रिय बने.
यदि कोई सहायता चाहिए तो खुलकर पूछें यहाँ सभी आपकी सहायता के लिए तैयार हैं.
शुभकामनाएं !
--'ब्लॉग्स पण्डित'
ब्लॉग्स पण्डित - ( आओ सीखें ब्लॉग बनाना, सजाना और ब्लॉग से कमाना )
This comment has been removed by the author.
ReplyDeleteआपका लेख पढ़कर हम और अन्य ब्लॉगर्स बार-बार तारीफ़ करना चाहेंगे पर ये वर्ड वेरिफिकेशन (Word Verification) बीच में दीवार बन जाता है.
ReplyDeleteआप यदि इसे कृपा करके हटा दें, तो हमारे लिए आपकी तारीफ़ करना आसान हो जायेगा.
इसके लिए आप अपने ब्लॉग के डैशबोर्ड (dashboard) में जाएँ, फ़िर settings, फ़िर comments, फ़िर { Show word verification for comments? } नीचे से तीसरा प्रश्न है ,
उसमें 'yes' पर tick है, उसे आप 'no' कर दें और नीचे का लाल बटन 'save settings' क्लिक कर दें. बस काम हो गया.
आप भी न, एकदम्मे स्मार्ट हो.
और भी खेल-तमाशे सीखें सिर्फ़ 'ब्लॉग्स पण्डित' पर.
यदि फ़िर भी कोई समस्या हो तो यह लेख देखें -
वर्ड वेरिफिकेशन क्या है और कैसे हटायें ?
सच्मुच मुम्बई के बाद बहुत कुछ बदल गया है.
ReplyDeleteसच कहा है
बहुत ... बहुत .. बहुत अच्छा लिखा है
हिन्दी चिठ्ठा विश्व में स्वागत है
टेम्पलेट अच्छा चुना है
कृपया वर्ड वेरिफ़िकेशन हटा दें
कृपया मेरा भी ब्लाग देखे और टिप्पणी दे
http://www.ucohindi.co.nr
Swagat hai...mere blogpe maujudaa halatpe do lekh aur teen kavyrachnayen likhee hain...ek aart guhaar laga rahi hun ki mera haath bataye, jo karna chati hun, kuchh anjaane satya ujagar karke janta aur sarkaaren, donoko jhakjhor dena chahti hun..satark karna chahti hun...harwaqt ham in hamlonse bache nahi reh sakte...ek morcha nikal diya, shraddhanjaliki sabhaka aayojan kar diya, aur agle hamletak aankhonpe parda daal diya ye hameshaka anubhw hai...ab nahi chalega...gar ye Dakshin Mumbai jaise ilaqeme ghus gaye to kahibhi ghus sakte hain..suraksha karmiyonko sahi training aur hathiyaar muhaiyya honehi chahiye...Dr. Dharamveer commissionke sujhawonko supreme coutrkr orderke bawajood taakpe rakh diya..utho aur PIL ke zariye sarkaarki neend haram kardo...isee uneedi sarkaarke karan hamare deshke behtareen afsar mare gaye, aur mediyanebhi behad bezimmedarana bartaav kiya..
ReplyDeleteआपके इस सुंदर से चिटठे के साथ आपका ब्लाग जगत में स्वागत है.....आशा है , आप अपनी प्रतिभा से हिन्दी चिटठा जगत को समृद्ध करने और हिन्दी पाठको को ज्ञान बांटने के साथ साथ खुद भी सफलता प्राप्त करेंगे .....हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।
ReplyDeleteसीमा जुत्शी, फरीदाबाद, भारत
ReplyDeleteमुंबई मे आम जनता ने सड़क पर आकर देश के नेताओं को बता दिया है कि अगर उन्होने समय रहते कोई ठोस कार्यवाही नहीं की तो उसे जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ेगा।
आतंकवाद को देश मे पैर जमाने का मौका हमारे देश के भ्रष्ट नेताओं की वजह से ही मिला है।